2021-22 (रेशमकीट पालनकर्ता)
क्र.सं. | विवरण | ब्यौणरा |
---|---|---|
1. |
किसान का नाम |
श्रीमती कलावती |
2. |
आयु: |
35 |
3. |
गांव का नाम: |
भगवानपाड़ा, छपर भानपुरी, जगदलपुर, बस्तर |
4. |
राज्य: |
छत्तीसगढ |
5. |
कीट पालित फसलें: |
|
पहली : |
200 |
|
दूसरी : |
||
तीसरी : |
200 |
|
6. |
फसलों से प्राप्त आय : |
|
पहली : |
14728 |
|
दूसरी : |
||
तीसरी : |
13593 |
|
7. |
केंद्र का नाम: |
सासकेया कोसा बीज केंद्र, छपर भानपुरी |
8. |
तसर संवर्धन से पहले वह क्या कर रहा/रही थी? |
गृहणी एवं दैनिक मजदूरी |
9. |
उसके द्वारा आय का उपयोग कैसे किया जाता है?: |
वह पिछले 7 वर्षों से रेशम उत्पातदन को अपना रही हैं । तसर संवर्धन श्रीमती कलावती की आय को बढ़ाता है, अर्जित आय से वे गिरवी रखी जमीन ले सकी और एक रंगीन टीवी खरीद सकी । तसर संवर्धन से होने वाली अतिरिक्त आय से वे बहुत खुश हैं। |
10. |
लाभ प्राप्त करने के लिए उसके द्वारा क्या अतिरिक्त प्रयास किए गए?: |
उसने दैनिक घरेलू कार्यों के अलावा रेशम उत्पादन गतिविधियों में भी हाथ बँटाया है। रेशमकीट पालन की विशेष देखभाल और पालन अवधि के दौरान ईमानदारी से कीटपालन की निगरानी । |
11. |
केंद्र का क्या योगदान रहा?: |
क्षेरेउअके, जगदलपुर द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा । रा.रे.वि., छत्तीसगढ़ द्वारा वृक्षारोपण और पालन सामग्री प्रदान की गई । रा.रे.वि. द्वारा रियायती दरों पर रो.मु.च. की आपूर्ति की गई । |
12. |
क्या वह रेशम उत्पादन की अन्य गतिविधियों, जैसे बीज उत्पादन, रीलिंग और स्पिनिंग, यार्न उत्पादन आदि में रुचि रखती हैं । : |
हाँ |
13. |
चित्र दीर्घा : |
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14. |
किसान का फोटो : |
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15. |
किसानों के खेत की फोटो : |
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16. |
किसान का घर : |
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17. |
गांव का फोटो : |
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18. |
क्या कमाई के मुख्य साधन के रूप में रेशम उत्पा दन को अपनाया जा रहा है : |
हाँ |
Five days Hands-on Training on Nanopore-Based Transcriptome sequencing & Data Analysis
Selected candidates for Initial screening for JRF position in DBT funded project
Selected Candidtes for Initial Screening for JRF Position in CSB Funded Project : AIB 04018 MI
स्वच्छता ही सेवा अभियान (एसएचएस) 17.09.2024 से 02.10.2024 तक