पीजीडीएस पाठ्यक्रम [रेशम उत्पादन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (वन्य सिल्क)] : वर्तमान में, के.रे.बो. संस्थान उन अभ्यर्थियों के लिए रेशम उत्पाददन में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जिन्हें विभिन्न सरकारी अथवा गैर-सरकारी संगठन द्वारा नामित / प्रायोजित किया जाता है । के.त.अ. व प्र.सं., राँची रेशम उत्पादन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (वन्य सिल्क) पाठ्यक्रम संचालित कर रहा है। पाठ्यक्रम पूरी तरह से आवासीय है और सेमेस्टर सिस्टम के तहत रांची विश्वविद्यालय, रांची से संबद्ध है ।
कुल सीटें : 20
आवश्यक अर्हता :
अभ्यार्थी के पास जैविक विज्ञान में मान्यता प्राप्त भारतीय विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री के साथ रेशम उत्पादन/रेशम का बुनियादी ज्ञान और बुनियादी जैविक अवधारणाओं और सिद्धांत की उचित समझ होनी चाहिए ।
अभ्यर्थी की लघु-सूची : आवश्यक अर्हता (जैविक विज्ञान में स्नातक डिग्री) को पूरा करने वाले अभ्यर्थी (मुक्त/प्रायोजित) उपलब्ध रिक्ति के आधार पर सीधे प्रवेश के लिए पात्र हैं जबकि जैविक विज्ञान के अलावा अन्य डिग्री रखने वाले अभ्यर्थियों को संस्थान द्वारा आयोजित जाँच परीक्षा पास करनी होगी ।
आयु : न्यूनतम् 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष (1 जुलाई को), विभिन्न राज्यों के रेशम उत्पादन विभाग में सेवारत उम्मीदवारों के लिए कोई आयु सीमा नहीं है ।
शिक्षा का माध्यम : अंग्रेजी/मिली जुली भाषा में
Selected candidates for Initial screening for JRF position in DBT funded project
Selected Candidtes for Initial Screening for JRF Position in CSB Funded Project : AIB 04018 MI
स्वच्छता ही सेवा अभियान (एसएचएस) 17.09.2024 से 02.10.2024 तक